‘जो जागत है वह पावत है, जो सोवत है वो खोवत है’
कार्टूनिस्ट प्राण की डायमंड काॅमिक्स के सबसे चमकते हीरे चाचा चैधरी यह सलाह सुबह सवेरे एक परिचित को देते हैं। उस एक भूली बिसरी काॅमिक्स में जिसे बचपन में कभी पढ़ा था।
काॅमिक्स का नाम याद न रहा लेकिन हाथ में डंडा पकड़े सैर पर निकले चाचा चैधरी की वह तस्वीर और बात न जाने कैसे याद रह गई।
उस कच्ची उम्र में सेहत से जुड़ी ऐसी सलाहें फिजूल ही थी। न ही ऐसे सवालों की अहमियत जो पूछते कौन क्या पावत है और कौन क्या खोवत है और भला क्यों?
जागते तो सभी ही हैं नींद से, तो फिर कोई क्या पा रहा और कोई क्या व क्यों खो रहा? जाहिर है आज इनके जवाब मालूम है। लेकिन कई आज भी इससे अनजान है।
जागने जागने में भी बड़ा फर्क है। कौन कब जाग रहा और जागने के बाद क्या कर रहा सारा खजाना इसी तिलिस्म में छुपा है।
निवेश गंगा के हेल्थ काॅर्नर में बात होगी जागने की। नींद से भी और उन तमाम खराब आदतों से भी जो आपको अपना बेस्ट वर्जन बनने में सुबह से ही रोक देती हैं। हर सुबह आप जागते हैं, लेकिन कौन सी गलतियां करते हैं, क्या ये जानते हैं?
तो चलिए जागते हैं और जानते हैं वो 16 आसान आदतें जो आपको हर सुबह उठते ही शुरू कर देनी चाहिए। जिससे आपके दिन के 16 घंटे {8 घंटे सोने के निकाल दें} बन जाए बेस्ट और प्रोडक्टिव।
1- भरोसा करें आप सुबह उठ सकते हैं
देर से उठने वालों के लिए दिन का बल्कि यूं कहें दुनिया का सबसे बड़ा चैलेंज होता है सुबह जल्द उठ जाना। हर रात सुबह जल्द उठने के वादे के साथ ज्यादातर लोग मोबाइल में आंखे धंसाकर नींद आने की कसरत करते हैं।
और हर अगली सुबह देर से उठने पर वादा पूरा न होने के अफसोस पर ‘कल से पक्का‘ का मुलम्मा चढ़ा नया वादा कर काम पर निकल लेते हैं।
धीरे-धीरे यह आदत मन में एक पक्का भरोसा बना लेती है कि ‘सुबह जल्द उठना अपन बस की नही।’
इसे बदलने की जरूरत है। ऐसा करने के लिए आपको खुद के लिए अपना नजरिया भी पॉजिटिव करना होगा। अपनी मेन्टल स्ट्रेंथ मजबूत करनी होगी। ये समझने के लिए पहले जानना होगा कि मेन्टल स्ट्रेंथ क्यों important hai?
सुबह के बारे में अपने ऐसे निगेटिव विचारों को पाॅजिटीव सोच से बदलें। यह सोचने के बजाय कि, ‘मैं कभी भी सुबह जल्दी उठने वाला इंसान नहीं बन सकता’
ऐसे सोचें,
‘मैं बदलाव करने की कोशिश करने के लिए तैयार हूं ताकि मैं सुबह जल्दी उठने वाला इंसान बन सकूं।’
दिन की शुरुआत खुद में बदलाव लाने की कोशिश करने से आपको अपनी सोच बदलने और सुबह को बेहतर ढंग से अपनाने में मदद मिलेगी।
2- Routine से कम से कम दो घंटे पहले उठें
एक बार जब आपने सुबह जल्द उठने का इरादा कर लिया है तो सुनिश्चित करें कि अपने Routine के काम शुरू करने से करीब दो घंटे पहले ही उठें।
आप फ्रेश होने, नहाने, कपड़े पहनने, अखबार पढ़ने, नाश्ता करने और इत्मिनान से अपने Workplace पहुँचने के लिए अपना भरपूर समय लेकर उठें। जिससे इन कामों को करने में आप किसी तरह की हड़बड़ी न करें।
मान लें आपको सुबह 10 बजे अपने वर्कप्लेस पहुंचना होता है और इन सभी कामों में आपको 3 घंटे लग जाते हैं। तो आपको सुबह 7 बजे से अपने सभी काम करने शुरू करने होंगे।
ऐसे में आप 7 बजे से दो घंटे पहले सुबह 5 बजे उठने का लक्ष्य रखें। अगर शुरुआत में सुबह 5 बजे उठने में दिक्क्त लगे तो साढ़े 5 बजे उठना शुरु करें।
3- Alarm बंद कर दोबारा न सो जाएं
अक्सर लोग मोबाइल में Alarm Set कर अपने बगल में रखकर ही सोते हैं। फिर सुबह अलार्म बजने पर उसे बंद करके दोबारा सो जाते हैं। यह आपकी प्लान की हुई रुटीन को इररेगुलर कर खराब करता है।
इस आदत से बचने के लिए मोबाइल के बजाय अलार्म घड़ी का इस्तेमाल करना शुरु करें। साथ ही अपनी अलार्म घड़ी को आप अपने बेड से इतना दूर रखें कि आपका हाथ वहां तक न पहुंचे।
इस तरह अलार्म बजने पर आपको इसे बंद करने के लिए बिस्तर से उठना होगा। लेकिन इतना काफी नहीं। आपको फिर गलती से भी बेड पर बैठने के लिए भी नहीं जाना।
4- सुबह बेड में एक झटके से न उठें
याद रखें सुबह उठते समय हमेशा अपनी बाईं या दाईं करवट लेकर ही उठें। ऐसा करने से आप अपनी कमर को पूरे शरीर के पड़ने वाले बेवजह दबाव से बचाएंगे।
अपने तय समय पर उठते ही पहले एक-दो मिनट या कुछ देर बिस्तर पर बैठे रहें ताकि शरीर रिलैक्स हो सके। हड़बड़ाकर जल्दबाजी में उठने से बचें। पूरे शरीर में खून का फ्लो सही से होने दें।
अगर आपने अलार्म लगाया है तो उसे भी फौरन बंद करने के लिए न उठें। थोड़ी देर अलार्म बजने दें। इससे आप झटके से उठेंगे भी नहीं और दुबारा सो भी नहीं पाएंगे।
5- बिस्तर पर आराम से बैठें
उठते ही काम करने के लिए दौड़ने के बजाय जागने के बाद कम से कम 5 मिनट के लिए बिस्तर पर बैठे रहें। अपनी आंखें बंद कर शरीर और दिमाग को आराम देने के लिए ध्यान लगाने की कोशिश करें।
इस दौरान आप अपने ईष्ट देवों, भगवान या जिस रिलिजन को आप फाॅलो करते हो उसके मुताबिक अपन गाॅड को याद करें। अपनी लाइफ की सभी अच्छी चीजों के लिए शुक्रगुजार बनें।
5 मिनट बाद अपनी हथेलियों को रगड़कर 3 बार आंखों पर लगाएं और फिर बिस्तर से उठें। इससे आपकी आंखों का आराम मिलेगा।
6- उठते ही अपना Mobile न चेक करें
ज्यादातर लोगों की एक बड़ी बुरी आदत होती है। सुबह उठते ही अपना मोबाइल उठा कर नोटिफिकेशंस चेक करना। खासकर व्हाट्स एप और इंस्टाग्राम/फेसबुक।
या सुबह उठते ही सबको Good Morning मेसेज भेजना शुरु कर देते हैं और इसके लिए अच्छा फोटो तलाशते हैं या एडिट करते हैं। ऐसा कतई न करें।
रात की नींद के एक लंबे गैप के बाद जब आप सुबह उठते ही मोबाइल देखने लगते हैं तो आप अपने शांत मन और दिमाग में टेंशन को इन्वाइट करने का काम करते हैं।
फोन में रोजमर्रा से जुड़े बहुत सारे तनाव की वजह हैं। खराब घटनाओं वाली न्यूज, उकसाने वाली सूचनाएं, बैंक-खाते से जुड़े मेसेज और इंस्टा रील जो तुरंत आपका ध्यान खींचते हैं। इससे आपके कुछ मिनट कई बार घंटे में बदल जाते हैं।
इस तरह आपकी अच्छी सुबह बर्बाद हो जाती है। इसलिए कम से कम सुबह के पहले घंटे में फोन के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
7- TV/Newspaper से भी दूर रहें
सुबह उठते ही सिर्फ मोबाइल ही नहीं बल्कि जब तक आप तैयार होने के लिए जरूरी सभी काम न कर लें, तब तक अपना लैपटॉप भी दूर रखें। वहीं सुबह उठते ही न्यूज देखने को टीवी/अखबार भी न देखें।
आप दिन की शुरुआत कोई भयावह, ट्रेजिक या खराब न्यूज पढ़कर नहीं करना चाहेंगे। कोशिश करें कि ट्विटर और फेसबुक जैसी चीजों से एक रात पहले ही लॉग आउट कर लें।
अपने लिए एक नियम बना लें जब तक सुबह कम से कम तीन-चार रुटीन के अहम काम पूरे न कर लें, तब तक आप अपना फोन नहीं देखेंगे।
सोशल मीडिया जैसी चीजें परेशान करने वाली हो सकती हैं। कई लोग ऑनलाइन सोशल मीडिया पोस्ट देखकर खुद के बारे में बुरा महसूस करते हैं, क्योंकि वे खुद की तुलना दूसरों से करने लगते हैं।
8- सर्दियों में उठते ही पैर जमीन पर न रखें
सर्दियों के दिनों में या जिस मौसम में सुबह अचानक सामान्य से ज्यादा ठंडी लगे उठते ही अपने पैर सीधे जमीन या फर्श पर न रखें।
क्योंकि सर्दियों में जब हम सोते है तो अपने पैरों को कंबल या रजाई से ढककर सोते हैं। इसके कारण पूरे शरीर की गर्मी बढ़ जाती है। पैर भी गर्म हो जाते हैं।
ऐसे में अगर हम सुबह गर्म पैर एकदम ठंडी जमीन या फर्श पर रख देंगे तो शरीर में ब्लड फ्लो सिर से पैरों की ओर होने लगेगा जिससे सेहत को नुकसान हो सकता है।
9- कमरे में सूरज की रोशनी आने दे
अपनी सुबह की बेहतरीन शुरुआत के लिए हर मौसम में घर के अंदर तक सूरज की रोशनी आने का इंतजाम करें। सुबह की धूप घर में आने से पाॅजिटिव ऊर्जा भी हमारे मन में आती है।
इसलिए सुबह बिस्तर से उठने के बाद अपने कमरे के दरवाजे पूरे खोल दें, खिड़कियां भी खोल दें और पर्दे किनारे कर दें।
10- अपनी आंखों और चेहरे को जरूर धोएं
बिस्तर से उठने के बाद अपनी आंखों और चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे मारें।
इससे न सिर्फ आपकी नींद दूर होगी बल्कि आपकी आंखों और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद भी मिलेगी। ठंडे पानी के लगातार छींटे आपके चेहरे को मुंहासों से भी बचाता है।
11- एक या दो गिलास पानी जरूर पिएं
पूरे दिन हाइड्रेटेड रहने के लिए हम सभी को पानी पीना बेहद जरूरी है। इसलिए सुबह खाली पेट एक-दो गिलास पानी पीने को अपनी रुटीन का हिस्सा बना लें।
ऐसा करने से पेट ठीक रहता है, त्वचा में चमक आती है। यह एसिडिटी और कब्ज से भी राहत देता है। आयुर्वेद तांबे के जग, बर्तन या लोटे में रखा पानी पीने को हेल्दी मानता है। सर्दियों में गुनगुने पानी को पीना बेहतर है।
12- शरीर की स्ट्रेचिंग ज़रूर करें
सुबह-सुबह हमारे शरीर में जकड़न महसूस होती है। कई लोगों को सुबह उठते ही पीठ में कमर में दर्द की शिकायत भी रहती है जो दिन चढ़ते सामान्य हो जाता है।
शरीर की जकड़न दूर करने और मसल्स को लचीला बनाने के लिए सुबह उठने के बाद 5 से 7 मिनट स्ट्रेचिंग वाली हल्की कसरत करनी चाहिए।
इससे मसल्स को आराम पहुंचता है, शरीर का ब्लड फ्लो सही रहता है और हड्डियों के जोड़ भी मजबूत होते हैं।
13- दिन की शुरुआत हल्की कसरत से करें
आपको सुबह दो घंटे जिम जाने की जरूरत नहीं है। सुबह उठने के तुरंत बाद घर पर या नजदीक के पार्क में थोड़ी सी एक्सरसाइज भी आपको पूरे दिन ऊर्जा स भरपूर और टेंशन फ्री रहने में मदद कर सकती है।
सुबह के समय सिर्फ 30 मिनट हल्की कसरत या मीडियम एरोबिक एक्सरसाइज या तेज कदम से वाॅक करने के लिए जरूर निकालें।
रोजाना कम से कम 30 मिनट की तेज चाल {ब्रिस्क वाॅक} भी सेहत में अच्छे बदलाव लाएगी।
आप अपने लिविंग रूम में या छत पर थोड़ा योग व प्राणायाम कर सकते हैं। पार्क मे सा कम ट्रैफिक वाली सड़क पर हल्की जॉगिंग कर सकते हैं।
14- अपने समय का Budget बनाएं
यह बहुत अहम सबक है।
सुबह की अपनी रुटीन एक्टिविटी में शामिल होते समय, घड़ी पर बराबर नजर रखें। अपने हर काम को पूरा करने के लिए खुद को एक निश्चित समय दें। अखबार पढ़ने, नहाने या नाश्ता करने में बहुत देर करने से समय का पता नहीं चल पाता।
इसलिए सुबह में अपनी डेली रुटीन के हर काम को करने में कितना समय लगता है, इसे मालूम करें। कितनी देर में वर्कआउट करना है, कितने समय में नहाना, नाश्ता कर तैयार होनो है वगेराह।
तय करें कि आपको कितने समय में काम पूरा करना है। अपने समय को समझदारी से बाँटें। फोकस हटने और समय का ध्यान न खोने के लिए घड़ी पर बार बार नजर रखें।
15- सुबह अच्छा Music सुनें
अपनी हर सुबह को और भी बेहतर बनाने के लिए आप म्यूजिक की भी मदद ले सकते हैं।
अपनी पसंद, मूड और सुबह के शांत माहौल के मुताबिक आप अपने फेवरेट गानों की प्ले लिस्ट बनाएं और बजाएं। एक अच्छा संगीत हर सुबह आपको दिन भर एनर्जी से भरपूर मूड में रखने में मदद कर सकता है।
ब्रश, नहाने, तैयार होने, या घर के काम करते समय आप अच्छा म्यूजिक सुनें। इससे आप अपनी डेली रुटीन को बोरिंग होने से बचा सकेंगे।
16- सावधान! Multi-tasking से बचें
एक समय में एक ही काम।
हर सुबह जब भी आप अपनी शुरुआत करें यही मंत्र याद रखें। भूल से भी एक ही समय में मल्टी-टास्किंग करने की गलती न करें।
मल्टी-टास्किंग {एक ही समय में दो से ज्यादा काम करना} कभी भी आपको काम को तेजी से पूरा करने में मदद नहीं करता है।
बल्कि मल्टी-टास्किंग रियलिटी में आपको हर काम में कम क्रिएटिव और प्रोडक्टिव बनाता है। एक काम पूरा करते समय अपनी सारी ऊर्जा उसी काम पर फोकस करें। अपने दिमाग को अपनी टू-डू सूची के अगले काम पर भटकने न दें।
आखिर में (In Short)
अपने हर दिन के 16 घंटों को प्रोडक्टिव बनाने और 8 घण्टे की बढ़िया नींद लेने का राज आपकी हर सुबह में ही छुपा है।
एक अच्छी सुबह आपको जहाँ हेल्दी और दिन भर तरो ताज़ा बने रहने का मौका देती है वहीं आपको अपने प्रोफेशनल फील्ड और रिश्तों में भी कामयाब बनाने में मदद करती है।
हर सुबह सभी जागते हैं लेकिन कब जागना है, जागने के बाद क्या करना है ये सबको नहीं पता। जिनको पता भी है वो भी अपने आलस और मानसिक कमज़ोरी से अपनी सुबह को सुपर नहीं बना पाते।
क्या आप अपनी अगली सुबह से इन 16 आदतों को शामिल करने और खुद में अच्छे बदलाव लाने के लिए तैयार हैं?
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