9 वजह : महिलाएं क्यों सीखें Investment करना, न बनाये कोई बहाना

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Indian Society में परिवार के बड़े फैसले जिनमें फाइनेंशियल डिसीजंस भी शामिल हैं, पुरुष ही लेते आएं हैं।

पैसे कमाने घर से बाहर जाना हो, बचत कितनी होनी चाहिए, बचत के पैसों का क्या करना है, पैसों को कहां निवेश करना है वगैराह, इन सभी पर पुरुषों की ही हेकड़ी चलती आई है।

ऐसे में एक महिला के तौर पर चाहें आप वर्किंग वुमन हो या हाउस वाइफ, अपने कमाए, और बचाए हुए पैसों का इन्वेस्टमेंट कहां व कैसे करना चाहिए, यह आपके लिए सीखना बेहद जरूरी है।

इसलिए निवेश गंगा में हम आपको बता रहे हैं 9 ऐसे कारण जिनके लिए किसी भी वर्किंग या हाउसवाइफ महिला को खुद से इन्वेस्टमेंट करने की शुरुआत करनी ही चाहिए।

महिलाओं के लिए Investment सीखना कितना Important?

महिलाओं के लिए इन्वेस्टमेंट सीखना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी शेरनी या बाघिन के गर्भ से पैदा हुए शावकों के लिए बड़े होकर शिकार के गुर सीखना।

हर साल आसमान छूती महंगाई और आर्थिक मंदी के इस दौर में, हर किसी के लिए बेहतर प्लानिंग और अच्छे से कैलकुलेट की गई इन्वेस्टमेंट की रणनीति की बेहद जरूरत है।

सही इन्वेस्टमेंट के साथ महिलाएं यानि आप न केवल अपना भविष्य सुरक्षित कर सकती हैं, बल्कि अपने परिवार का भी फ्यूचर संवार सकती हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आपको अपनी फाइनेंशियल जरूरतों के लिए कभी भी दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

सिर्फ 44% महिलाएं करती हैं Investment!

एक इंडियन फाइनेंशियल फर्म DSP Winvestor Pulse ने साल 2022 में महिलाओं और पुरुषों पर एक सर्वे कराया।

सर्वे का मकसद पुरुषों व महिलाओं में इन्वेस्टमेंट करने की आदत, खुद से निवेश करने का फैसला और इन्वेस्टमेंट करने पर उनके नजरिए को जानना था।

सर्वे के मुताबिक, जहां 65 परसेंट पुरुषों ने इन्वेस्टमेंट का फैसला लेने की बात मानी। वहीं केवल 44 परसेंट महिलाओं ने कहा कि वे इन्वेस्टमेंट करती हैं।

यह सर्वे इस बात को दिखाता है कि निवेश की दुनिया में महिलाओं की कितनी कम दिलचस्पी है।

कई कामकाजी महिलाएं मौजूदा समय में भी  बैंक खातों में बचत करना या सोने के गहनों में निवेश करना ही पसंद करती हैं।

लेकिन Shares , Bonds या यहां तक कि Real Estate में इन्वेस्टमेंट करने का फैसला अभी भी परिवार के पुरुष लेते हैं।

महिलाएं खुद से ही इन्वेस्टमेंट क्यों शुरु करें?

महिलाएं सेफ तरीके से फायदमेंद इन्वेस्टमेंट कहां व कैसे करें यह जानने से पहले चलिए यह मालूम कर लीजिए कि आपको इन्वेस्टमेंट करना ही क्यों हैं?

अपनी इनकम में से बचत करना और इसे इन्वेस्ट करना हर किसी के लिए जरुरी है। यह काम महिलाओं के परिवार में उनके पुरुष कर ही रहे होते हैं तो उन्हें भी इसकी क्या जरुरत?

बहुत जरुरत है।

चूंकि देश में कामकाजी महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसलिए आत्म-निर्भर बन रही महिलाओं के लिए निवेश के दरवाजे भी खुल गए हैं।

बेहतर जीवन जीने और फ्यूचर के लिए निवेश करना अब पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए जरूरी हो गया है। आपको भी इन्वेस्टमेंट क्यों शुरू करना चाहिए, यहां 4 प्वांइट्स में समझाया गया है।

1# फाइनेंशियल सेफ्टी और Self Dependence

woman self dependent and financial safety. Nivesg Ganga
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इन्वेस्टमेंट करने से महिलाएं अपने परिवार को एक फाइनेंशियल सेफ्टी कवर देती हैं। नियमित रूप से इन्वेस्ट करने से आपको अपने लिए एक फंड बनाने में मदद मिलती है।

इस फंड की बदौलत आप न केवल अपने आर्थिक लक्ष्य हासिल करती हैं, बल्कि किसी भी इमरजेंसी के समय आपको बड़ी रकम का जरुरी सहारा भी मिलता है।

इन्वेस्टमेंट की शुरुआत कर, महिलाएं अपनी फाइनेंशियल लिबर्टी हासिल कर सकती हैं। यानि वे पैसों के लिए बाहरी फाइनेंशियल मदद पर निर्भर नहीं रहेंगी।

इस सेल्फ डिपेंडेंसी से वे खुलकर अपनी ख्वाहिशों को पूरा कर सकती हैं। फिर चाहे वह अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहे, दुनिया की सैर करते हुए उसे एक्सप्लोर करें, या सुरक्षित रिटायरमेंट का आनंद ले।

इन्वेस्टमेंट महिलाओं को अपनी किस्मत बनाने और खुद तय करने के लिए न सिर्फ सक्षम बल्कि Smart और Confident भी बनाता है।

2# फैमिली को मिलता है Support

घर खरीदना, कार खरीदना और बच्चों की प्रोफेशनल एजुकेशन व उनकी शादी यह सब किसी भी परिवार के लाॅन्गटर्म गोल्स हैं। जो एक तय समय पर पूरे करने ही होते हैं।

इन पारिवारिक लक्ष्यों या फैमिली गोल्स को पाने के लिए एक बड़ी रकम की जरुरत होती है। ज्यादातर मामलों में सिर्फ सैलरी और बचत से काम नहीं चलता।

अक्सर लोगों को बैंक से लोन या दोस्त-रिश्तेदारों से कर्ज तक लेना पड़ जाता है। ऐसे में अपने परिवार के इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महिलाओं के लिए भी समय पर सही Investment निवेश जरुरी हो जाता है।

3# अपने Parents का ख्याल रख पाएं

कोई भी अपने माता-पिता को बूढ़ा होते देखना पसंद नहीं करता। समय के साथ पेरेंट्स की बढ़ती बीमारियां और लाचारी मन को दुख पहुंचाती हैं। लेकिन जीवन ऐसा ही है।

जैसे-जैसे आपके माता-पिता बूढ़े होते जाएंगे, उन्हें शारीरिक और मानसिक ही नहीं बल्कि आर्थिक रूप से भी आपकी Help की जरुरत होगी।

अगर आपके पास अच्छा खासा फंड होगा तो आप हर कदम पर अपने पेरेंट्स की जरूरत को पूरा कर उन्हें सुख और सुकुन दे सकेंगे।

समय पर निवेश करना शुरु कर देने से यह कंफर्म होगा कि आपको अपनी सैलरी या अन्य खर्च के लिए रखी गई रकम में से पेरेंट्स के लिए कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। इससे आपके परिवार पर किसी भी तरह का आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।

4# बच्चों का सुनहरा Future दें

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एक अच्छी एजुकेशन एक अच्छे भविष्य की ओर पहला कदम है। बेहतर एजुकेशन  ही अच्छी जाॅब, सेल्फ इम्प्लाॅयमेंट, स्टार्टअप या बिजनेस शुरु करने का आधार बनती है। लेकिन हर गुजरते साल के साथ हायर एजुकेश ही नहीं बल्कि प्राइमरी और सेकेंड्री एजुकेशन की लागत भी बढ़ती जा रही है।

इसलिए आपको यह सुनिश्चित करने की बेहद जरूरत है कि आप अभी से अपने पैसों का निवेश शुरु करें ताकि आप अपने बच्चों के लिए एक अच्छी शिक्षा और सुनहरा फ्यूचर सेफ कर सकें।

5# अपने Retirement के लिए बचत कर सकेंगी

बेशक महिलाएं जिंदगी भर हाउस वाइफ ही रही हो, लेकिन बुढ़ापे में उन्हें भी बिना चिंता के आराम से अपने बचे हुए दिन परिवार के साथ सुख से बिताने की ख्वाहिश रहती है।

ऐसे में अपनी कमाई की शुरुआत से ही निवेश किए बिना रिटायरमेंट के लिए बचत करना प्रैक्टिकली इम्पाॅसिबल है।

केवल अपनी बचत के दम पर 60-65 साल की उम्र के बाद अपने आपको एक आरामदायक लाइफ स्टाइल देना बहुत मुश्किल ही नहीं बल्कि एक खोखला सपना ही है।

बुढ़ापे के लिए एक बड़ा फंड आपको अपने रिटायरमेंट के वर्षों में एक आरामदायक जीवन जीने में मदद कर सकता है और साथ ही, मेडिकल इमरजेंसी, पारिवारिक जरूरतों और बहुत कुछ को पूरा कर सकता है।

6# Salary के अंतर को कंट्रोल करना

दुनिया भर की कंपनीज, इंडस्ट्रीज और फील्ड्स में जाॅब्स व सैलरी के मामले में जेंडर के आधार पर भेदभाव जारी है।  महिलाओं को कई बार सेम करियर और डेजिग्नेशन के बावजूद पुरुषों की तुलना में कम सैलरी दी जाती है।

जेंडर बेस्ड इस अंतर को पाटने के लिए महिलाओं के लिए इन्वेस्टमेंट की आदत डालना बेहद उपयोगी है।

ऐसे समझें कि एक महिला कम सैलरी में भी अपनी बचत करने की नेचुरल पाॅवर के जरिए ठीक-ठाक पैसे बचा लेती है। फिर इस बचत को वह एक रेगुलर सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, SIP में हर महीने जमा करें तो कुछ साल में बड़ा फंड बना सकेगी।

वहीं लाइफ इंश्योरेंस पाॅलिसी में निवेश करने से महिलाओं को अपने बच्चों के लिए विरासत में एक बड़ी रकम छोड़ने में मदद मिल सकती है।

इस तरह पुरुषों से कम सैलरी मिलने के बावजूद महिलाएं अपनी लगातार बचत व निवेश की आदत से कुछ साल में पुरुषों के बराबर या उनसे ज्यादा की मोटी रकम बना सकती हैं।

7# Job छोड़ने व कम काम की चुनौती से जूझना

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भारत जैसे देश में जहां महिला चाहे जितना अच्छा करियर बना लें या ज्यादा पैसे कमा लें, ज्यादातर कामकाजी व हायर एजुकेशन पाई महिलाओं को अभी भी घर की देखभाल करने वाली के रूप में देखा जाता है।

जब बच्चों की परवरिश की बात आती है, तो आम तौर पर एक वर्किंग माँ को अपनी नौकरी छोड़ने, फ्रीलांसर के रूप में काम करने या अपने पति की तुलना में कम घंटे वाली पार्ट टाईम जाॅब करने के लिए कहा जाता है।

ऐसे में इम्प्लाॅईज प्रोविडेंट फंड या नियोक्ता भविष्य निधि (EPF) जैसे पेंशन खाते महिलाओं के लिए बचत करने का एक स्मार्ट तरीका हो सकते हैं। जिसमें वे अपनी जाॅब के दौरान सैलरी में से एक तय रकम जमा कर लगातार इन्वेस्ट कर सकती हैं।

वहीं सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP), म्यूचुअल फंड, या पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करना समझदारी है।

8# Inflation या महंगाई पर काबू पाना

चलिए पहले समझ लेते हैं इनफ्लेशन का मतलब क्या है।

इनफ्लेशन को हिन्दी में मुद्रास्फीति और आम जबान में महंगाई से पुकारा जाता है। इनफ्लेशन असल में  सेवाओं व वस्तुओं की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को बताता है।

भारत में हर साल इनफ्लेशन 4 से 6 परसेंट की औसत दर से बढ़ रही है यानि महंगाई पिछले साल के मुकाबले 4 से 6 परसेंट की दर से इस साल ज्यादा है।

यानि हर साल एक महिला बैंक सेविंग अकाउंट में पैसा रखने पर ब्याज के तौर पर जितना मुनाफा कमाएगी, उससे ज्यादा साल भर की महंगाई दर आपकी जेब से रकम निकाल लेगी।

ऐसे में महिलाओं को स्टॉक, बॉन्ड और रियल एस्टेट जैसी संपत्तियों में निवेश करने का ऑप्शन चुनने पर अधिक रिटर्न या मुनाफे का मौका मिलता है।

9# लम्बी ज़िन्दगी के लिए Planning करना

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साइंस बताती है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक उम्र तक जीवित रहती हैं। महिलाओं को अगर कुदरत से लंबा जीवन मिलता है तो उन्हे लंबे जीवन के लिए एक्टिवली अपनी तैयारी भी करनी चाहिए।

जिसमें वह यह बात कन्फर्म कर लें कि बुढ़ापे में अपने पार्टनर के बिना भी उनके पास अपने खर्चों को पूरा करने के लिए काफी सेविंग्स और पैसा हो।

महिलाओं के लिए एक इन्वेस्टमेंट योजना बनाना और उस पर जल्दी अमल करना जरूरी है, जो समय के साथ आपके पैसे को न सिर्फ सेफ रखे बल्कि पहले से कहीं ज्यादा बढ़ा सके। 

आपने क्या सीखा!

याद रखिए आपकी बचत कुछ साल के लिए तो आपको किसी तरह थोड़ी बहुत फाइनेंशियल राहत दे सकती है। लेकिन बेहतर प्लानिंग के साथ की गई इन्वेस्टमेंट ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं। जिससे आप जीवन के सुनहरे साल सुकुन से बिताएं।

तो क्या अब भीआप इन्वेस्टमेंट सीखने को “हमारे बस की नहीं कहकर ख़ारिज करेंगी या ज़रा सी कोशिश कर अपने और परिवार के लिए एक सुरक्षित और आरामदायक Future चुनेंगी?

ध्यान दें
यह लेख आपको जागरुक बनाने और अहम जानकारियां देने के लिए हैं। जिससे कि आप सीखें और बेहतर बनें। कोई भी फैसला लेने से पहले संबंधित जानकार/एक्सपर्ट से सलाह-सुझाव जरूर लें।

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