जिंदगी को अच्छे से जीना है तो पैसे का मैनेजमेंट सीखना है। खूबसूरत जिंदगी जीने के लिए जिन अनिवार्य चीजों की जरुरत होती है उनमें पैसे की जगह काफी अहम है।
इसलिए हर किसी के लिए पैसों का मैनेजमेंट सीखना बेहद जरुरी है। अगर आप जानने समझने के बावजूद अपना Money Management नहीं सीख रहे तो यह क्लियर इंडिकेशन हैं अपने फ्यूचर के लिए पैसों की दिक्कतें खड़ी करना।
याद रखें अच्छे मनी मैनेजमेंट का ताला अच्छी आदत अपनाने की चाबी से ही खुलता है।
ये ऐसी आदतें हैं जिन्होंने लंबे समय से कर्ज में डूबे हुए या यूँ कहें कि दिवालिया होने की कगार तक जा पहुंचे कईयों को कर्ज से आजाद हो करोड़पति तक बनने में मदद की है।
और क्या हैं यह अच्छी आदतें?
निवेश गंगा के मनी मंत्रा में हम फाइनेंस से जुड़ी इन्ही अच्छी आदतों के बारे में जानेंगे। साथ ही सीखेंगे कि 10 Money Management Tips से अपने पैसों को बेहतर तरीके से कैसे मैनेज करे और अपने Finance को Control करने का सही तरीका क्या है?
ताकि एक बार मिली इस जिंदगी को हम अपनी नासमझी से पैसों के गलत फैसलों से तो कतई खराब न करें।
चलिए शु़रु करते हैं।
मनी मैनेजमेंट क्या है? What is Money Management?
पैसों को सही से मैनेज करना जिससे कम से कम फाइनेंशियल दिक्कते झेलनी पड़ी, यह तो ठीक बात है। लेकिन आखिर पैसों को संभालना या मनी मैनेजमेंट है क्या?
बजट बनाना, अपने खर्चों पर तेज नजर रखना, बेकार के खर्चों को कंट्रोल करना, कर्ज न लेना, अगर कर्ज है तो उसे जल्द चुकाना, अपने परिवार के बेहतर भविष्य के लिए Regular बचत करना, और अपनी जिंदगी में खुश रहना।
आसान तरीके से समझें मनी मैनेजमेंट वह Art है जिससे आप अपने पैसों को सही तरीके से इस्तेमाल करना, बचत करना और पैसे से पैसे बनाना सीखते हैं।
यह उतना ही अहम है जितना रोज ब्रश करना/नहाना, दाएं-बाएं देखकर ही रोड क्राॅस करना, या खाने से पहले हाथ धोना। यह सब कितना आसान और मामूली लगता है लेकिन यह सब आदतें आपको हर रोज सेफ रखती हैं।
आप जिस तरह से अपने पैसों को मैनेज करेंगे यह आपकी Quality Of Life पर उसी तरह असर डालेगा। यानि अपने पैसों को सही से मैनेज करना और फाइनेंशियल कंट्रोल सीखना आपको बड़ी मुश्किलों से बचा सकता है।
10 मनी मैनेजमेंट टिप्स 10 Money Management Tips
पर्सनल फाइनेंस स्किल 80% Practice और केवल 20% Knowledge पर आधारित है। इसका मतलब मनी मैनेजमेंट कैसे करें और पर्सनल फाइनेंस स्किल को कोई भी लगातार प्रैक्टिस से आसानी से सीख सकता है।
नीचे दी गई 10 मनी मैनेजमेंट Tips आपको समय के साथ किसी प्रोफेशनल की तरह अपने पैसों का सही इस्तेमाल करने की सीख देगी।
1- अपनी Finance List बनाएं
मनी मैनेजमेंट सीखने का पहला रूल है यह जानना कि आपके फाइनेंशियल गोल्स क्या हैं और किन चीजों के लिए आप अपने पैसों को बचाना या मैनेज करना चाहते हैं।
अपने हर अकाउंट जैसे सैलरी अकाउंट/सेविंग अकाउंट, क्रेडिट कार्ड, लोन को जांचे और देखे कि आपके पास कितना पैसा बचत में हैं, कितना पैसा हर महीने आपके पास आता है, कितना खर्च है, कितना लोन/कर्ज में जा रहा, कितनी मंथली किश्तें जा रही।
इन सबकी एक लिस्ट बनाएं।
2- अपना Monthly Budget जरूर बनाएं
हर देश की सरकार, कंपनी और संस्थाएं अपना बजट बनाती हैं। जब इनके लिए बजट बनाना जरूरी है तो आपके लिए क्यों नहीं? मनी मैनेजमेंट का सबसे अच्छा तरीका है बजट बनाना।
बिना बजट के लोग हर हफ्ते, महीने, साल और पूरी जिंदगी बस यूं ही बिना सोचे समझे खर्च करते रहते हैं। यह आदत लोगों
को कर्ज में धकेल देती है, उनकी बचत खत्म कर देती है। लोग कंगाल तक हो जाते हैं और Tension/Dipression के शिकार होते हैं।
बजट आपको अपनी फाइनेंशियल कार की ड्राइविंग सीट बैठा देता है। आप ही यह तय करते हैं कि आपको कहां, कितना और क्यों पैस खर्च करना है। आप ही अपने फाइनेंस को कंट्रोल करते हैं कि कितना बचाना है, कहां निवेश करना है।
बजट बनाना बेहद आसान प्रोसेस है। बहुत से लोग बजट बनाने की अहमियत नहीं समझते और ज़िन्दगी में बहुत पछताते हैं। Budget बनाना क्यों है Important और क्या है इसके न बनाने के नुकसान अगर आप ये जान गए तो Financial Planning में क्योंअहम् ये भी आप जान जायेंगे।
3- अपने खर्चों पर रखें पैनी नजर
इस दुनिया में ज्यादातर से भी ज्यादा लोग सिर्फ अपनी इनकम पर ही नजर रखते हैं। लेकिन अपने खर्चों पर वे ध्यान नही नहीं देते। इसलिए याद रखें इनकम पर नजर रखने से भी बहुत ज्यादा जरूरी है अपने खर्चों पर पैनी निगाह रखना।
इसके लिए सबसे अच्छा उपाय है बजट बनाना। एक रियलस्टिक बजट बनाना, जिसमें आप ईमानदारी से अपने सारे छोटे-बड़े, मामूली दिखने से लेकर अहम खर्चें शामिल करें।
इसके लिए आपको अपने सारे बिल, भुगतान, किराया, देनदारी, लोन, कर्ज की किश्तें, फीस, सबको जोड़ कर पूरे महीने इन्हे ट्रैक करना होगा। कहां ज्यादा खर्च हो रहा, कहां गैर जरूरी खर्च हुआ।
4- Emergency Fund जरूर बनाएं
जैसे मिसाईल हमलों से इजरायल का रक्षा कवच उसका Iron Dome है वैसे ही इमरजेंसी फंड आपके फाइनेंशियल गोल्स का Safety Cover है। इमरजेंसी फंड होना हर परिवार, संस्था, कंपनी और देश के लिए भी बेहद जरूरी है।
किसी भी अनचाही घटना या अनहोनी से खर्च के मामले में निपटने के लिए इमरजेंसी फंड एक संजीवनी की तरह है। यह आपके परिवार के मिनिमम 3 से 6 महीने के मंथली खर्चों के बराबर होना चाहिए।
इमरजेंसी फंड होने से आपको एक मेंटल रिलीफ मिलेगा कि आप फ्यूचर में किसी भी फाइनेंशियल क्राइसिस के लिए काफी हद तक तैयार हैं। इसके लिए हर महीने इस फंड में आपको निवेश करना चाहिए।
अगर आप लोन की किश्ते चुका रहे हैं तो उस सिचुएशन में भी हो सके तो थोड़ा ही सही पर इमरजेंसी फंड में भी निवेश करते रहें।
5- कर्ज लेने से हमेशा बचें, कर्ज है तो जल्द चुकाएं
Business world में अक्सर सफल कंपनी और आन्त्रप्रेन्योर्स की कामयाबी में लोन लेकर व्यवसाय को बूस्ट करने के किस्से सुनाए-दिखाए जाते हैं। इस केसेस से आम लोगों में एक खतरनाक बात जड़े जमा चुकी है कि लोन-कर्ज लेकर Business करो और सफल हो जाओ।
काफी मामले में यह बात सही होती होगी मगर सबके साथ ऐसा नहीं होता। ज्यादातर कंगाल हो कर्ज में डूब जाते हैं। कर्ज लेना पैसे कमाने में रोड़ा भी बनता है। यह कमाई का एक बड़ा हिस्सा किश्तें चुकाने में चला जाता है।
याद रखें किसी भी मामले में कर्ज लेना बेवकूफी ही है। मजबूरी में लेना पड़े उसके बावजूद यह बेवकूफी और बेहद खतरनाक है। कर्ज आपके फ्यूचर के लिए निवेश नहीं करता बल्कि आपसे आपके अतीत के भुगतान करवाता है।
एक बार जब आप कर्ज को अपने जीवन में आने देते हैं, तो इससे छुटकारा पाना मुश्किल होता है। इसलिए कर्ज से हर किसी को हमेशा बचने की कोशिश करनी चाहिए। अगर पहले कोई कर्ज लिया है तो Budget बनाकर, कम खर्चे कर पैसे बचाएं और उससे कर्ज को उतारें।
6- अपने खर्चों को कम करें
आपको इस लिस्ट का रूल नम्बर तो याद है न! बजट बनाना! जी हां, अपने खर्चों को कम करने का सबसे आसान और असरदार तरीका है बजट बनाना। कहां कितना खर्च करना है पहले ही Decide कर लेना और फिर उस पर हर हाल में कायम रहना।
ये मुमकिन है कि शुरू में आपको बजट बनाने में झंझट लगे और पहले के कुछ महीने आपको अपने बनाए बजट पर टिके रहने में दिक्कत हो। लेकिन अपने खर्चों में कटौती करने से आप अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा बचा सकते हैं।
धीरे-धीरे आपके दिमाग को बिना सोचे समझे खर्च नहीं करने की आदत लगने लग जाएगी। इसी के साथ ही महीने आपके पास पहले से ज्यादा पैसा बचेगा और आप पहले से ज्यादा बचत करने के बेहतर तरीके खोजने लगेंगे।
7- बड़ी खरीदारी के लिए पैसे बचाएं
एक सवाल। आप अपनी खरीदी हुई चीजों के मालिक हैं या आपकी चीजें आपकी मालिक?
इसका क्या मतलब?
मतलब यह कि आप फैसला लेते हैं कि आपको कोई चीज कब खरीदनी है या चीजें तय करती हैं कि आप उन्हें खरीद लें चाहे उसके लिए बचत के पैसे निकालने पड़े या कर्ज ही लेना पड़े।
आपके लिए यह जानना जरूरी है कि कंट्रोल आपके हाथ में रहे या चीजें आप पर हावी हो जाएं। याद रखें अगर आपके पास किसी चीज के लिए कैश भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं, तो उसे खरीदने का अभी समय नहीं आया।
अगर आप किसी ऐसी चीज दिल ललचाए हुए हैं जिसे आप अभी नहीं खरीद सकते, तो आप उसके लिए एक Sinking Fund बना लें। सिंकिंग फंड एक ऐसा फंड है जो कर्ज चुकाने या बड़ी खरीदारी करने के लिए समय के साथ पैसे बचाने के लिए बनायाा जाता है। सिंकिंग फंड बड़ी खरीदारी के लिए बचत करने का एक बढ़िया तरीका है।
8- अपने Future के लिए Invest करें
ज्यादातर मामले में लोग बच्चों की पढ़ाई/उनकी शादी और अपने Retirement के लिए ही निवेश करते हैं। लेकिन बचत करने और उसका इन्वेस्ट करने की सिर्फ यही वजह नहीं। निवेश जबरदस्त पैसा/प्राॅपर्टी बनाने का भी जरिया है।
इतना कि आप अपने सपनों की जिंदगी को जी सकें। इसलिए इसे भी ध्यान में रखकर अपने भविष्य के लिए निवेश करना शुरू करें।
यहां निवेश से जुड़ी कुछ बुनियादी बातें याद रखने लायक हैं-
- अपनी इनकम का 15 परसेंट Tax-Free Retirement खातों में निवेश करें।
- अच्छे ग्रोथ स्टॉक वाले Mutual Fund में निवेश करें।
- हो सके तो किसी अच्छे फाइनेंस एडवाइजर से सलाह लें।
9- Insurance से खुद को Safe रखें
मनी मैनेजमेंट के बेहद जरूरी नियम में एक है अपने बचाए और निवेश किए हुए पैसों को भी सुरक्षा देना। सही इंश्यारेंस के जरिए।
इंश्यारेंस आपकी जिंदगी में महंगे रिस्क को कवर करता है। आप कभी नहीं चाहेंगे कि आपकी बचत किसी मेडिकल इमरजेंसी, एक्सीडेंट या किसी अन्य अनहोनी़ के कारण खत्म हो जाए।
आपको उन इंश्योरेंस कंपनियों और उनके एजेंट्स से सावधान रहना है जो आपको ऐसी इंश्यारेंस खरीदने के लिए डराने की कोशिश करतें हैं जिनकी आपको आवश्यकता नहीं है।
लेकिन पहले ये जानना भी ज़रूरी है कि Insurance कितने तरह के होते हैं? इनके बारे में जानकारी कैसे ले?
10- अपने पैसों के लिए उदार बनें, Help करें
खुद को फाइनेंशियली कंट्रोल करने और मनी मैनेजमेंट सीखने की इस जर्नी में सबसे आखिर मगर सबसे अहम रूल है अपने पैसों के लिए उदार बनना।
उदार बनने से क्या मतलब?
आपने बहुत मेहनत कर पैसा बचाया, कर्ज चुकाया, बचत को सही जगह इन्वेस्ट किया, उससे और अधिक पैसा बनाया, इमरजेंसी फंड और इंश्यारेंस का भी इंतजाम किया। लेकिन इतना कर लेने से आपको पूरी खुशी शायद न मिलें।
जब आपके किसी अपने को आपकी जरूरत हो और आप उदार बनकर आगे बढ़कर उनकी मदद करें खासकर पैसों से तो आपको ज्यादा खुशी, संतुष्टि और बेहतर Quality Of Life कर अहसास होगा।
अपने पैसों से किसी गरीब को खाना खिला देना, किसी के इलाज में मदद कर देना वह भी बिना खुद पर फाइनेंशियली बोझ डाले या कर्ज बगैर, तो यह आपको एक बेहतर इंसान होने का भी सुख देगा। उदारता को अपनी लाइफ का जरूरी हिस्सा बनाएं।
आखिर में (In Short)
हर किसी किए लिए लाइफ में financial planning शुरू करना बेहद ज़रूरी है। ऐसे जितना जल्दी सीख कर शुरू किया जाये उतना ही ज्यादा बेहतर है। मनी मैनेजमेंट टिप्स आपको financial planning बेहतर बनाने में मदद करती है।
मनी मैनेजमेंट टिप्स आपको अपना ही नहीं बल्कि आपके बच्चों का भविष्य सँवारने में बेहद अहम् है। आपका बुढ़ापा भी बिना किसी पैसों की दिक्कत के खुशनुमा तरीके से बीतेगा अगर आप जल्द financial planning पर काम शुरू कर दें और इसके लिए
Money-Management Tips को अपनाएं।
याद रखे सेहत और पैसों से जुड़ी हर अच्छी चीज को जितना जल्द शुरू किया जाये वो उतना ही ज्यादा सुख देती है।
ध्यान दें
यह लेख आपको जागरुक बनाने और अहम जानकारियां देने के लिए हैं। जिससे कि आप सीखें और बेहतर बनें। इन्वेस्टमेंट से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले संबंधित जानकार/एक्सपर्ट से सलाह-सुझाव जरूर लें।
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